®Nirankar Herbs
निरंकार हर्बस प्रभु श्री के द्धारा की गई एक अद्भुत शुरूआत है। कम्पनी की शुरूआत आयुर्वेद के पतन को बचाने हेतु व वही हजारों वर्षों पुरानी ऋषि मुनियों के तरीके से औषधियां निर्माण हेतु प्रभु श्री ने कंपनी के मालिक Mr. Ashish Singla व Mr. Rajnish Singla को माध्यम बनाकर करवाई। Mr. Ashish Singla व Mr. Rajnish Singla जी का बचपन से ही लगाव हजारों वर्षों पुरानी आयुर्वेद की चमत्कारिक औषधियों में रहा। इसी शौक के कारण 25 वर्ष की उम्र में खारी बावली दिल्ली में हर्बंस का व्यापार प्रारंभ कर दिया। उनकी प्रत्येक कार्य की गहराई माप कर करने की पुरानी आदत के कारण उन्होनें यह पाया कि बड़ी से बड़ी कम्पनियां व व्यापारी नकली व झूठी औषधियों का व्यापार करके ही मालामाल हो रहे है। उन्होंने इस 60-70 साल की जिंदगी को ही निचोड़ समझा है, वो सब ये भूले हुये महसूस हुये कि कभी प्रभु के घर भी जाना हैं व सभी हमारे अपने हैं। यह सोचकर मन बड़ा उदास हुआ। दिल में शुद्ध आयुर्वेद व हजारों वर्षों पुराना वही शुद्ध आयुर्वेद का सपना हृदय में रखते हुए व मानव कल्याण की भावना को हृदय में रखते हुए सबसे अंत में धनार्जन की इच्छा को रखते हुए बिल्कुल मन नहीं हुआ कि मात्र धनार्जन के लिये ही महान आयुर्वेद की दिव्य औषधियों का झूठा सौदा किया जाये। जड़ी – बूटियों के व्यापार से यह तो वे बहुत अच्छी तरह से देख चुके थे कि साधु हो या सन्यासी या बड़ी से बड़ी कंपनियां सबको घटिया, सस्ता व काम चलाऊ सामान की ही जरूरत रहती है। शुद्धता का सौदा करने वाले कही – कही कोनों में ही मौजूद थे जो कि मुट्ठी भर भी न थे । उनमें से कुछ के साथ हमने भी व्यापार किया और कर रहे हैं। कुछ वर्षों के बाद अक्समात ही बैठे –बैठे प्रभु ने मन में शुद्ध ऋषियों की तरह पुरातन तरीके से Chemical, Preservatives व रासायनिक पदार्थों से पूर्णत: मुक्त औषधियों के निर्माण का विचार डाला व शुद्ध औषधियों का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गया। निरंकार हर्बस ने सर्वप्रथम निरंकार त्रिफला चूर्ण, निरंकार त्रिफला वटी ,निरंकार आंवला चूर्ण व निरंकार आंवला वटी का निर्माण विश्व में पहली बार धूल, गुठली, गंदगी, कैमिकल, मिट्टी, गोली बांधने के लिये Chemical, Bonding ,Talcum Powder व आधुनिक रासायनों से पूर्णत: रहित उत्पादों का सफलतापूर्वक निर्माण प्रारम्भ किया। त्रिफला व आंवला वटी को बनाने के लिये त्रिफला व आंवला रस का प्रयोग किया गया। अब लोगों को इन चमत्कारिक औषधियों से मानों जीवन का दान मिलने लगा व औषधियों का विस्तार देश – विदेश तक होने लगा। फिर कुछ समय बाद अत्यंत शुद्ध कश्मीरी केसर व शुद्धतम जंगली शहद को मानव कल्याण हेतु पैक करना प्रारंभ किया। ये दोनों ही ऐसे उत्पाद थे जिसे व्यापारिक मति के लोग मिलावट के बिना तो बेचना ही नही चाहते थे। हमने पहली बार कश्मीरी किसानों के हाथों से केसर सीधा डिब्बी में बिना किसी रंग, कैमिकल, खुशबू व मिलावट के पैक किया व शहद सतपुड़ा, नेपाल, हिमालय, कर्नाटक व केरल के भयंकर, दुर्गम व घनघोर जंगलों से आदिवासियों द्धारा इकट्ठा करवाया व शहद को जहर बना देने वाले heating process के स्थान पर मात्र पुरातन तरीके से कपड़े से छान कर निरंकार शुद्ध जंगली शहद को पैक किया। फिर हमने उच्चतम क्वालिटी की मुलेठी के साथ सत् मुलेठी और हिमालयन गुलाब द्धारा तैयार गुलाबजल और पुरातन समय से पहचानी जाने वाली दुर्लभ हीरे के सामान पार्दशी व चमकदार हींग को पैक किया। हमारे Customer care पर सबसे अधिक Phone व Messages हमारी इस परम शुद्धता की अनूठी शुरूआत व चंद दिनों में ही रोग मुक्त होने पर धन्यवाद के लिये आते है। प्रभु श्री जी से हमारी यही प्रार्थना है कि मानव कल्याण हेतु हम इसी प्रकार शुद्धतम से शुद्धतम उत्पादों को बनाते रहें और आप सर्वदा इनसे लाभ उठाते रहे।