अक्सर हम सब ने छोटी मधुमक्खी के शहद के बारे में लोगों से व बुजुर्गों से...
कलयुग में सतयुग का सामान परम रासायन लक्ष्मी पार्वती अश्रु उत्पन्न निरंकार आंवला चूर्ण व वटी 1) हमारा ध्येय- कलयुग में सतयुग की याद करवाना, हजारों वर्षों पुरानी खोई आयुर्वेद की चमत्कारिक शक्तियों का फिर से आभास करवाना जो दुर्भाग्यवश लालची व स्वार्थी मानव स्वभाव के कारण पूर्ण रूप से नस्ट हो चुकी है...
1. क्लींजर:- आप त्रिफला का उपयोग मृत त्वचा को हटाने और अपने छिद्रों को साफ करने के लिए एक शक्तिशाली एक्सफोलिएटर के रूप में कर सकते हैं। आप त्वचा को हाइड्रेट और पुनर्जीवित करने के लिए त्रिफला से बने फेस मास्क का उपयोग कर सकते हैं। मृत त्वचा के इलाज के लिए आप त्रिफला में नारियल का तेल भी मिला सकते हैं
101 प्रतिशत शुद्ध कश्मीरी निरंकार केसर कश्मीरी केसर विश्व में सबसे अधिक गुणवत्ता रखने वाला होता है इसीलिए कश्मीरी केसर को गुणवत्ता में प्रथम स्थान प्राप्त है। निरंकार हर्ब्स ..
ईरानी केसर गुणवत्ता में कश्मीरी केसर से कुछ कम होता हैं। रंग,खुशबू व चमक तीनों ही कश्मीरी केसर की तुलना में कुछ कम होते है। वैसे ईरानी केसर ,केसर में उपलब्ध सभी गुणों को समेटे हुए है ,मात्र स्थान-स्थान का ही अंतर है।
केसर कई सदियों से राजघरानों का सौंदर्य घटक रहा है। हालाँकि यह अब बहुत महंगा है, लेकिन इसका उपयोग फेस पैक में कम मात्रा में किया जा सकता है। इसमें उत्कृष्ट शुद्धिकरण गुण हैं और साथ ही यह प्रकृति में जीवाणुरोधी है। यह त्वचा का रंग भी हल्का करता है।
हींग को प्रायः सभी लोग जानते हैं पर शुद्धता क्या हैं ये नहीं जानते। हींग हीरा का नाम व गुण हम अपने बुजुर्गों से सुनते हुए आ रहे है ,पर बुजर्गों वाला यह शुद्ध हीरा हींग न आपने देखा न खाया व न ही गुणों को प्राप्त किया ,बाजार में उपलब्ध हींग मैदा, गोंद व खुशबू द्वारा तैयार किया जाता है,जो की गुण हीन होता है।
आपके स्वास्थय लाभ हेतु निरंकार हर्बस कि ओर से रामैरो व रामैरो डी.एस. दवाएँ प्रस्तुत कि जा रही हैं। रामैरो व रामैरो D.S आयुर्वेद की Anti Fever दवाएँ हैं जो की कई सालों के लम्बे शोध के बाद व बड़े-बड़े आयुर्वेद के वैद्धों के अथक प्रयास का नतीजा हैं। इन दोनों दवाओं में खास बात यह है कि इन दवाओं का शरीर पर कोई भी दुष्प्रभाव(side-effect) नहीं हैं।...
रामैरो डी.एस अर्थात रोग प्रतिरोधतक क्षमता की खान, और रोग प्रतिरोधक क्षमता ही हमारे जीवन का आधार है। निरंकार हर्ब्स द्धारा निर्मित यह रामैरो डी. एस नामक योग काबिल वैद्यों के अथक प्रयास का व शोध का नतीजा है,जिसे ख़ास जड़ी बूटियों के शुद्धतम सत्वों द्धारा तैयार किया जाता है। इस दवा को बनाने का मुख्य मकसद बिगड़े हुए वात ,पित्त व कफ के बैलेंस को दोबारा सामान्य...
गिलोय मैक्रोफेज की फैगोसाइटिक गतिविधि को बढ़ावा देते हैं जो हमारे शरीर में रक्षा की पहली पंक्ति हैं और जन्मजात (गैर-विशिष्ट) और अनुकूली (विशिष्ट) प्रतिरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा यह उल्लेखनीय रूप से साइटोकिन्स के उत्पादन को बढ़ाता है, इंटरल्यूकिन -6 (IL-6) के अप-विनियमन और एंटीजन विशिष्ट रिकॉल प्रतिक्रिया को बढ़ाता है।
शतावरी (एस्पेरेगस रेसमोसस) का उपयोग आयुर्वेद में सदियों से किया जाता रहा है। पौधे की जड़ जिसमें लंबा सफेद कंद वाला भाग होता है, का उपयोग भोजन और हर्बल पूरक दोनों के रूप में किया जाता है।
सफेद मूसली एक दुर्लभ भारतीय जड़ी बूटी है। इसका उपयोग आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी सहित अन्य पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में किया जाता है। इसका उपयोग लंबे समय से गठिया, मधुमेह, कैंसर, जीवन शक्ति बढ़ाने, यौन क्रिया में सुधार और कई अन्य बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है।